A Prayer Of Common Shopkeeper

आदरणीय मोदीजी,
                      सादर प्रणाम !

🌹एक आम दूकानदार कि प्रार्थना । 🌹

      ये मैसेज ख़ास आप तक पहुंचाने के लिए लिख रहा हु ....। क्योकि, मोदीजी और BJP शुरू से ही मेरे आदर्श रहे है....।

     मै एक आम दूकानदार हु...., रोज सुबह से रात तक मै अपनी दुकान पर कडी मेहनत करता हु...और पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठां से अपना काम करता हु.... निश्चितही आपको इस बात का अहसास जरूर होगा। क्योकि राजनीति में आने से पहले आप भी एक चाय की दुकान ही लगाते थे ।

  परन्तु, अब मै आपसे और आपकी सरकार से काफी परेशान हो चूका हु.....आपकी सरकार बिना सोचे समझे जो फैसले लेती है, उनसे हम सभी दुकानदारों पर बहुत असर पड रहा है......हमें हर महीने कोई फिक्स सैलरी तो मिलती नहीं .....हर दिन हमें खुद ही कमाना पड़ता है..…ऊपर से आपकी सरकार के फैसले.....

      नोटबंदी के वक्त भी आपके फैसलों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हम दुकानदार लोगो का ही हुआ था...,पर पहले हम चुप थे कि, शायद बाद में कोई फायदा मिलेगा....परन्तु नहीं....इस पुरे नोटबंदी के प्रोग्राम में पूरे देश में एक भी सरकारी कर्मचारी का एक भी दिन का भी पैसा नहीं डूबा.... परंतु, हम व्यापारी लोगोका पूरे एक महीने का धंधा आपने चौपट कर दिया....।


चलो कोई बात नहीं....,बर्दाश्त किया हमने....। क्योकि आप हमारे आदर्श और हम ठहरे पक्के BJP भक्त....

आपको क्या लगता है...., देश के सबसे बड़े आतंकवादी और घुसपैठिये हम दूकानदार लोग ही है......।

पर कोई बात नहीं.....हम फिर अपनी आँखों पे पट्टी बाँध के बोले...., जय मोदीजी....जय मोदीजी.... हर घर मोदीजी....।
     रही बात GST की,  तो हम दुकानदार व्यापारी, रेग्युलर टॅक्स भरते आये है, और भरते रहेंगे । कोई दुकानदार ऐसा नहीं सोचता की, मै टॅक्स क्यों भरू। लेकिन दिक्कत ये है की, टॅक्स भरने के जटिल तरीके के कारण, महीने में 3 बार (वेटवाले) टॅक्स भरणे CA के पास, जाना पडता है। अब CA भी अपनी फ़ीस 4 गुना करने की तैयारी में है। वाजिब भी है , क्योकि, अब CA को वर्ष में 4 गुना ज्यादा बार दुकानदार का काम करना पडता है।
दूसरी मार दुकानदार पर ये है की, उसको अब एक अकाऊंटंट भी रखना पड़ेगा। उसको भी पगार देनी होगी। कंप्यूटर और अकाउंट का जानकार , रुपये 10 हजारसे कम में तो मिलेगा नहीं।
  अब व्यापारियो को बोल रहे है। देश में 65 % व्यापारी तो, 70 लाख से कम टर्न-ओव्हर वाले है,वो कम्पोजीशन स्कीम में आते है। उन्हें अपनी सेल का 1% टेक्स देना है। चलो यह ठीक है। अब बात करते है 1% की । एक दुकानदार अगर लगभग 5.83 लाख की सीमेंट 1 महीने में बेचता है, तो साल के 70 लाख की लगभग खपत होती है। 70 लाख में सिमेंट बैग, लगभग 24,200 होते है। आज कॉम्पिटेशन में दुकानदार एक बॅग सिमेंटपर  3 से 4  रूपये कमाता हे। अब इन सिमेंट बॅग्ज  विक्री की कूल कमाई हुई, लगभग 96,000/- रूपये। अब सेल का 1%  70,000/-  का उसको टॅक्स भरना है, पर उसको बचते है सिर्फ 26,000 रूपये। इस पैसे से उसको दुकान किराया भरना, पुरे वर्ष खुद का घर चलाना है ।
   कृपया बताइये, यह कैसे संभव है........।
     ये बात जेटलीजी कभी समज नहीं सकते, क्योकि, उन्होंने कभी दुकान चलाई ही नही ।

अब मुद्दे कि बात : -   आप एक दूकानदार आदमी (मोदीजी) होकर भी, हम दुकानदारों कि तकलीफ समझने कि बजाय, और ज्यादा तकलीफे बढ़ाते रहोगे, तो हम भी अपने कलेजे पे पत्थर रखकर अब से आने वाले हर इलेक्शन में  BJP  को एक भी वोट नहीं देंगे.....। सीधी सी बात है...., आपने हमारा धंधा बंद करवाया......, तो फिर अब हम आपका धंधा बंद करवायेंगे....। आपको तब पता चलेगा मोदीजी..., जब आपके पेटपे लात पड़ेगी तो, कैसा महसुस होता है ....।

जो भी दूकानदार भाई.., मेरे इस विचार से सहमत हो, इसे बाकी दुकानदारों को फॉरवर्ड करे....।

 इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचाये....., 

और जब तक अपने आप पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते..., 

कसम खाओ कि, दिन में एक बार तो भी इस मैसेज को जरूर किसी ना किसी को अवश्य भेजेंगे ..., पर अपना गुस्सा शांत नहीं होने देगे .....।।

http://www.anxietyattak.com/2017/10/a-prayer-of-common-shopkeeper.html




 🙏 मन्दी से परेशान, एक व्यापारी 🙏












Respected Modiji,

                      Bests Regards !

🌹 A  Prayer Of Common Shopkeeper 🌹

      I am writing to send this message to you. Because, Modiji and BJP have been my idol from the beginning ...

     I am a common shopkeeper ..., I work hard every day from morning to night ... and I do my work with full sincerity and devotion. Surely you will definitely realize this. Before coming into politics, you used to own a tea shop.

  But now, I have been very upset with you and your government ... Whatever decision your government takes without thinking, we have a great effect on all the shopkeepers ... we fix every month Salary does not get ... Every day we have to earn ourselves ... .. Your government's decision above ...

      Even during the note-taking, due to your decisions, the biggest loss was due to the shopkeeper logo ... but before we were silent that maybe there will be some benefit later ... but no ... this ban on ban In the program, not even a single day of single government employee spent the entire country in the program .... But, we made a whole month of business dealer with you.

Let's not talk about it. Because you are our ideals and we are the suretosed BJP devotees ....

What do you think ..., the country's biggest terrorist and intruder, we are the shopkeepers .......

But no matter ..... We again talk about tapping our eyes ..., Jai Modiji .... Jai Modiji .... every house Modiji .....
     If we talk about GST, then we have filled the shopkeeper businessman, regular tax, and will continue to fill. No shopkeeper thinks why I should pay a tax But the problem is that, due to the complexity of tax filing, it has to go to CA, paying 3 times (weighted tax) a month. Now the CA is also preparing to pay its fees 4 times. It is also reasonable, because now CA has to work 4 times more times a shopkeeper.
On the second hand shopkeeper, it is that he will have to keep an account now. He will also have to pay the salary. Computer and account knowledge will not be available in less than Rs.10 thousand.
  Now the businessmen are speaking. 65% of the businessmen in the country, who have less than 70 lakh turnover, come in the composition scheme. They have to give 1% of their cell tax. Let's get it right. Now let's talk about 1%. If a shopkeeper sells about 5.83 lakh cement for one month, then approximately 7 million of the year is consumed. The cement bag is around 24,200 in 70 lakhs. Today, in the Competition, the shopkeeper earns 3 to 4 rupees for a bag cement. Now the earning of these cement bags sales is around Rs. 96,000 / -. Now, 1% of the cell is paying a tax of 70,000 / - but it avoids only Rs. 26,000. Filling the shop rent with this money, running the house for the whole year.
   Please tell me how is this possible .........
     Jaitley can never understand this thing, because he never ran the shop.

Now the point is: - Even if you are a shopkeeper (Modiji), we will continue to increase the sufferings of the shopkeepers instead of understanding them, we also keep stones on our lapses, and in every election coming from now, will not give...... It is a straightforward thing ..., you have closed our business ..., then now we will shut down your business ..... You will know Modiji ..., when your stomach kicks, then how does it feel .....

Whatever the shopkeeper brother .., agree with this idea, forward it to the rest of the shopkeepers ..... Bring it
to more and more people ....., and as long as the atrocities on your own will not stop ..., swear that, even once a day, this message will definitely send to someone or someone. ..., but do not let your anger calm down .......

Bothered by the chase, a Businessman 🙏


🌹 A  Prayer Of Common Shopkeeper 🌹





आदरणीय मोदीजी,
                      सादर प्रणाम !

🌹एक आम दूकानदार कि प्रार्थना । 🌹

      ये मैसेज ख़ास आप तक पहुंचाने के लिए लिख रहा हु ....। क्योकि, मोदीजी और BJP शुरू से ही मेरे आदर्श रहे है....।

     मै एक आम दूकानदार हु...., रोज सुबह से रात तक मै अपनी दुकान पर कडी मेहनत करता हु...और पूरी ईमानदारी और कर्त्तव्य निष्ठां से अपना काम करता हु.... निश्चितही आपको इस बात का अहसास जरूर होगा। क्योकि राजनीति में आने से पहले आप भी एक चाय की दुकान ही लगाते थे ।

  परन्तु, अब मै आपसे और आपकी सरकार से काफी परेशान हो चूका हु.....आपकी सरकार बिना सोचे समझे जो फैसले लेती है, उनसे हम सभी दुकानदारों पर बहुत असर पड रहा है......हमें हर महीने कोई फिक्स सैलरी तो मिलती नहीं .....हर दिन हमें खुद ही कमाना पड़ता है..…ऊपर से आपकी सरकार के फैसले.....


      नोटबंदी के वक्त भी आपके फैसलों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हम दुकानदार लोगो का ही हुआ था...,पर पहले हम चुप थे कि, शायद बाद में कोई फायदा मिलेगा....परन्तु नहीं....इस पुरे नोटबंदी के प्रोग्राम में पूरे देश में एक भी सरकारी कर्मचारी का एक भी दिन का भी पैसा नहीं डूबा.... परंतु, हम व्यापारी लोगोका पूरे एक महीने का धंधा आपने चौपट कर दिया....।


चलो कोई बात नहीं....,बर्दाश्त किया हमने....। क्योकि आप हमारे आदर्श और हम ठहरे पक्के BJP भक्त....

आपको क्या लगता है...., देश के सबसे बड़े आतंकवादी और घुसपैठिये हम दूकानदार लोग ही है......।

पर कोई बात नहीं.....हम फिर अपनी आँखों पे पट्टी बाँध के बोले...., जय मोदीजी....जय मोदीजी.... हर घर मोदीजी....।
     रही बात GST की,  तो हम दुकानदार व्यापारी, रेग्युलर टॅक्स भरते आये है, और भरते रहेंगे । कोई दुकानदार ऐसा नहीं सोचता की, मै टॅक्स क्यों भरू। लेकिन दिक्कत ये है की, टॅक्स भरने के जटिल तरीके के कारण, महीने में 3 बार (वेटवाले) टॅक्स भरणे CA के पास, जाना पडता है। अब CA भी अपनी फ़ीस 4 गुना करने की तैयारी में है। वाजिब भी है , क्योकि, अब CA को वर्ष में 4 गुना ज्यादा बार दुकानदार का काम करना पडता है।
दूसरी मार दुकानदार पर ये है की, उसको अब एक अकाऊंटंट भी रखना पड़ेगा। उसको भी पगार देनी होगी। कंप्यूटर और अकाउंट का जानकार , रुपये 10 हजारसे कम में तो मिलेगा नहीं।
  अब व्यापारियो को बोल रहे है। देश में 65 % व्यापारी तो, 70 लाख से कम टर्न-ओव्हर वाले है,वो कम्पोजीशन स्कीम में आते है। उन्हें अपनी सेल का 1% टेक्स देना है। चलो यह ठीक है। अब बात करते है 1% की । एक दुकानदार अगर लगभग 5.83 लाख की सीमेंट 1 महीने में बेचता है, तो साल के 70 लाख की लगभग खपत होती है। 70 लाख में सिमेंट बैग, लगभग 24,200 होते है। आज कॉम्पिटेशन में दुकानदार एक बॅग सिमेंटपर  3 से 4  रूपये कमाता हे। अब इन सिमेंट बॅग्ज  विक्री की कूल कमाई हुई, लगभग 96,000/- रूपये। अब सेल का 1%  70,000/-  का उसको टॅक्स भरना है, पर उसको बचते है सिर्फ 26,000 रूपये। इस पैसे से उसको दुकान किराया भरना, पुरे वर्ष खुद का घर चलाना है ।
   कृपया बताइये, यह कैसे संभव है........।
     ये बात जेटलीजी कभी समज नहीं सकते, क्योकि, उन्होंने कभी दुकान चलाई ही नही ।

अब मुद्दे कि बात : -   आप एक दूकानदार आदमी (मोदीजी) होकर भी, हम दुकानदारों कि तकलीफ समझने कि बजाय, और ज्यादा तकलीफे बढ़ाते रहोगे, तो हम भी अपने कलेजे पे पत्थर रखकर अब से आने वाले हर इलेक्शन में  BJP  को एक भी वोट नहीं देंगे.....। सीधी सी बात है...., आपने हमारा धंधा बंद करवाया......, तो फिर अब हम आपका धंधा बंद करवायेंगे....। आपको तब पता चलेगा मोदीजी..., जब आपके पेटपे लात पड़ेगी तो, कैसा महसुस होता है ....।

जो भी दूकानदार भाई.., मेरे इस विचार से सहमत हो, इसे बाकी दुकानदारों को फॉरवर्ड करे....।

 इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचाये....., 

और जब तक अपने आप पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हो जाते..., 

कसम खाओ कि, दिन में एक बार तो भी इस मैसेज को जरूर किसी ना किसी को अवश्य भेजेंगे ..., पर अपना गुस्सा शांत नहीं होने देगे .....।।

http://www.anxietyattak.com/2017/10/a-prayer-of-common-shopkeeper.html



 🙏 मन्दी से परेशान, एक व्यापारी 🙏

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